पदम श्री विजेता विमल जैन पहुँचे वीटीआर के भ्रमण पर ।
2020 में पद्म श्री पुरस्कार से हुए थे सम्मानित ।
विकलांगों और कुष्ठ रोगियों की सेवा मेरी पहली प्राथमिकता ।
अभिमन्यु गुप्ता की रिपोर्ट ।
वाल्मीकि नगर न्यूज़ 11टीवी :- इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित वीटीआर के घने वन क्षेत्र और उसमें निवास करने वाले विभिन्न प्रकार के पशु पक्षियों और जीव जंतुओं को बहुत ही नजदीक से दीदार करने और स्वच्छ वातावरण का आनंद उठाने का उद्देश्य से पदम श्री विजेता विमल जैन (भारत विकास एवं संजय आनंद विकलांग संस्था) पटना के निदेशक अपने परिवार के सदस्यों के साथ राम जानकी विवाह तिथि के अवसर पर पड़ोसी देश नेपाल के जनकपुर धाम के दर्शन के उपरांत माथा टेकने के उद्देश्य से वीटीआर के सीमा पर स्थित वाल्मीकि आश्रम दर्शन के लिए पहुंचे ।
उन्होंने बताया कि उनके संस्था के द्वारा शारीरिक दिव्यांग्ता के क्षेत्र में 30 वर्षों से लगातार लोगों की सेवा की जा रही है।उनको आर्टिफिशियल स्पोर्ट मुहैया कराया जाता है। वैसे विकृति के शिकार बच्चे जिनके हाथ पांव टेढ़ा होते हैं। उनको ठीक करने का कार्य लगातार जारी है। यह बच्चे कुपोषण या किसी दवाइयां के प्रभाव के शिकार हो जाते हैं। अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों का इलाज किया जा चुका है। 40 हजार लोगों को लिंब्स दिया गया है। जिसकी कीमत प्रति लिंब्स 30 से 35 हजार रुपए है। सभी मरीजों की सेवा निशुल्क की जाती है। अब तक लगभग 40 करोड रुपए आम जनों की सेवा में लगाए गए हैं। इसके अलावा लोगों को अंगदान के लिए भी प्रेरित किया जाता है। ताकि उनकी मृत्यु के बाद उनके अंग का इस्तेमाल कोई दूसरा व्यक्ति भी कर सके। और जीवन का आनंद उठा सके। उन्होंने बताया कि टाइगर रिजर्व की सुंदरता की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है।किंतु टाइगर रिजर्व में वेजीटेरियन लोगों के लिए बेहतर खाने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को शाकाहारी को बढ़ावा देना चाहिए। क्योंकि टाइगर रिजर्व में विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी निवास करते हैं। टाइगर रिजर्व की सुविधाओं को और भी विकसित करने की जरूरत है।
पर्यटकों ने जंगल सफारी के दौरान वीटीआर का भ्रमण के अलावा टाइगर रिजर्व के अंदर प्राचीन काल से स्थापित मंदिरों का भी दर्शन किया। इस दौरान वे वीटीआर की प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देख काफी प्रसन्न हुए।वीटीआर में भ्रमण के दौरान पर्यटकों को कई शाकाहारी और मांसाहारी वन्यजीवों के साथ मोर के कोलाहल के साथ खरगोश, भालू आदि को नजदीक से निहारने का मौका मिला।पर्यटक श्री जैन ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के मुंगेर जिले के निवासी हैं। वर्ष 2020 में सरकार द्वारा पदम श्री पुरस्कार के लिए उनका चयन किया गया था।
इस बाबत रेंजर शिव कुमार राम ने बताया कि टूरिस्ट यहां वन्यजीवों के दीदार करके काफी खुश नजर आ रहे हैं। प्राकृतिक दृश्यों और वन्यजीवों को नजदीक से देखने का मौका पर्यटकों को आकर्षित करता है ,जिससे वीटीआर को ब्रांडिग मिलेगी। पर्यटकों के भ्रमण करने के बाद वीटीआर प्रशासन और ज्यादा देशी और विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद बनाए है। वर्तमान सीजन में कई देशी विदेशी पर्यटक आएं हैं।आने वाले दिनों में वीटीआर की जैव विविधता , प्राकृतिक सौंदर्य भारतीय और विदेशी पर्यटकों को हमेशा अपनी तरफ आकर्षित करता रहेगा । पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है।