त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू, नेपाल के दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में सम्मानित होंगे प्रो.अरविन्द । 

त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू, नेपाल के दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में सम्मानित होंगे प्रो.अरविन्द । 
प्रो.अरविंद तिवारी, फाइल फोटो। news11tv.com
त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू, नेपाल के दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में सम्मानित होंगे प्रो.अरविन्द । 

बगहा के पीयूएसटी महिला महाविद्यालय में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष हैं प्रो.अरविंद ।

◆प्रो.अरविंद को अबतक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लगभग तीन दर्जन से ज्यादा सम्मान प्रात हुआ है।

◆प्रो.अरविंद को लास्ट टाइम 28 नवम्बर 2021 में अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के 75 वां आजादी का अमृत महोत्सव पर भोपाल से हिंदी राष्ट्रीयता में मिला था सम्मान।

बगहा/ Bihar/ व्यूरोरिपोर्ट/ News11Tv/ त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू, नेपाल और साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन, दिल्ली, भारत द्वारा नेपाल के त्रिभुवन विश्वविद्यालय काठमांडू, नेपाल के हिन्दी विभाग में 10-11 जून 2022 के आयोजित दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी में, भारत - नेपाल के बनते-बिगड़ते राजनैतिक सम्बन्ध के आलेख पर पीयूएसटी महिला महाविद्यालय के प्रोफेसर अरविंद नाथ तिवारी सम्मानित किये जायेंगे।

यह कार्यक्रम वैश्विक परिप्रेक्ष्य में राम और रामायण का स्वरूप पर त्रिभुवन विश्वविद्यालय, काठमांडू में आयोजित होना है। इस सन्दर्भ में भारत नेपाल के बनते बिगड़ते राजनैतिक सम्बन्ध पर प्रो. अरविन्द नाथ तिवारी का आलेख चयन हुआ है। आयोजित संगोष्ठी में प्रो. तिवारी को आमंत्रित किया गया है। उल्लेखनीय है कि प्रो०अरविंद नाथ तिवारी बगहा के पीयूएसटी महिला महाविद्यालय में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष हैं,इनको राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लगभग तीन दर्जन से ज्यादा सम्मान प्रात हो चुके हैं, जिसमें उत्तर प्रदेश के वीरभाषा हिन्दी साहित्य पीठ, मुरादाबाद से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर साहित्य ज्ञानाक्षर सम्मान, वर्ष 21मार्च2021, जानकी देवी मेमोरियल काॅलेज दिल्ली विश्वविद्यालय एवं साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन द्वारा अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में वर्ष 30-31अक्टूबर 2021 को, अंतरराष्ट्रीय सम्मान,

के.बी.हिन्दी सेवा न्यास, बिसौली, बदायूं उत्तर प्रदेश द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सूर्यकांत त्रिपाठी निराला सम्मान, वर्ष 28 नवम्बर 2021, अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के 75 वां आजादी का अमृत महोत्सव पर भोपाल से हिंदी राष्ट्रीयता में सम्मान मिल चुका है। इनके द्वारा लिखें पुस्तक- प्रश्नगत चम्पारण, गायत्री ध्यान साधना, महानायक मंगल पाण्डेय प्रकाशित हो चुका है। वहीं भारत के कर्णधार, हस्त रेखा ज्ञान प्रकाशन के प्रतीक्षा में है।