बेटे-बहू को करोड़ों के पैकेज का ऑफर लेटर देख किसान का सीना गर्व से हुआ चौड़ा।
◆किसान के बेटे-बहू ने पिता के सपनों को किया साकार घर लाया कड़ोरो का पैकेज।
◆पुत्र-बहू की सफलता देख पिता की आंखें हुई नम।
◆ हर कामयाब व्यक्ति के पीछे एक महिला का साथ होता है उसे सच्च साबित किया है स्वाति ने।
◆बहू स्वाति ने बताया कि लंदन जाकर भी मैं अपनी भारतीय संस्कृति को जिंदा रखूंगी।
◆सुमित और स्वाति दोनों ने प्रेम प्रसंग में शादी किया, दोनों ने 12वीं के बाद इंजीनियर तक का सफर साथ मे तय किया है।
◆सुमित और स्वाति ने गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज भुवनेश्वर से स्नातक की डिग्री ली है और दोनों इलेक्ट्रॉनिक्स कम्युनिकेशन से इंजीनियर हैं।
ठकराहा/बिहार/ विकाश तिवारी/ News11Tv/ कहते है कि जब हौशला बुलंद हो तो मंजील पाने से कोई रोक नही सकता। ऐसे हि एक मामला गुरुवार को प्रकाश में आया है।बगहा अनुमंडल के ठकराहा में एक किसान के बेटे और बहू को लंदन की एक कंपनी से ऑफर लेटर मिला तो पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। पुत्र-बहू की सफलता देख पिता की आंखें नम हो गईं। वे बस मुस्कुराए और प्यार से मुस्कुराए। ठकराहा के तिवारी परिवार के लिए गुरुवार का दिन खुशियां लेकर आया है। किसान परिवार के सबसे बड़े बेटे सुमित तिवारी और बहू स्वाति स्नेहा को लंदन में चैनल फोर नाम की एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी मिल गई।
बगहा अनुमंडल के ठकराहा प्रखंड निवासी किसान अस्थानीय तिवारी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। उन्होंने कहा कि आज का दिन सबसे खास है। किसान अस्तुनी तिवारी ने बताया कि वह गांव में खेती करते हैं। किसी तरह आपने अपने बच्चों को मेहनत से पढ़ाया है। किसान का सपना था कि बच्चे एक दिन सफल होंगे। गुरुवार को जैसे ही पता चला कि बेटा और बहू दोनों को लंदन की एक कंपनी में करोड़ों के पैकेज पर नौकरी मिल गई है। वैसे ही घर के साथ-साथ खुशी की लहर दौड़ गई। बता दे कि पूरे प्रखंड में वही ग्रामीण समाजसेवी मुनींद्र तिवारी ने बताया कि कोई भी किसान परिवार फिरंगी के बच्चे के लिए फिरंगी देश जाना और अपनी योग्यता के अनुसार नौकरी पाना हम सभी ग्रामीणों के लिए गर्व की बात है।
सुमित तिवारी ने बताया कि बचपन से ही उन्हें नौकरी के लिए लंदन जाने का शौक था। वही बहू स्वाति ने बताया कि लंदन जाकर भी मैं अपनी भारतीय संस्कृति को जिंदा रखूंगी। मैं नौकरी करते हुए भी अपने पति के आदर्शों पर खड़ी रहूंगी। सुमित तिवारी और स्वाति स्नेहा दोनों ने प्रेम प्रसंग में शादी की, दोनों ने 12वीं तक पढ़ाई की। नवोदय विद्यालय की उत्पत्ति पूर्णिया से हुई है। हिंदी विभाग के शिक्षक अमन जी ने बताया कि स्वाति स्नेहा और सुमित दोनों शुरू से ही कक्षा में टॉपर रहे हैं। दोनों बचपन से मेधावी छात्र रहे हैं। उहोने आगे बताया कि सुमित और स्वाति स्नेहा ने गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज भुवनेश्वर से स्नातक की डिग्री ली है और दोनों इलेक्ट्रॉनिक्स कम्युनिकेशन इंजीनियर हैं। उसके प्रशिक्षण के साथ 300 से अधिक छात्र सामिल थे।