सोमेश्वर दर्शन हेतु होने लगी तैयारियां
रामनगर से अजय कुमार शर्मा की रिपोर्ट/News11tv
रामनगर के गोवर्धन रेंज के शिवालिक श्रेणी का बिहार की सबसे ऊंची चोटी सोमेश्वर तथा उसकी तलहटियों का दर्शन करने के लिए प्रतिवर्ष चैत्र नवरात्रि में नौ दिनों तक पर्यावरण प्रेमियों का तांता लगा रहता है । इस निमित इस वर्ष सोमेश्वर पहाड़ के नीचे के गांव मनचंगवा तथा गोवर्धना के ग्रामीणों ने अपनी-अपनी समितियां के माध्यम से बैठक कर राज्य तथा पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं की सेवा हेतु रूपरेखा तैयार कर लिया है। सोमेश्वर यात्रा इस वर्ष 9 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल तक चलेगा। इस बीच प्रथम दिन कुंवारी कन्याओं का जत्था भ्रतृहरी कुटी चल जाएगा । भ्रतृहरी कुटी पर नवाह पारायण यज्ञ के आयोजन में नौ कन्याओं द्वारा पूजन किया जाता है। ये कन्याएं प्रतिदिन भ्रतृहरी कुटी से सोमेश्वर की चोटी पर माता कालिका के पास जाकर पूजा अर्चना करती हैं। 875 मीटर की ऊंचाई पर सोमेश्वर की चोटी पर माता कालिका का दरबार विराजमान है ।भ्रतृहरी कुटी वही कुटी है जहां उज्जैन के महाराजा भ्रतृहरी ने परिवार से विरक्त होकर अपने गुरु गोरखनाथ के आदेश पर वर्षो तपस्या की। इसी जगह उनका बनवाया हुआ सोमेश्वर नाथ मंदिर भी है । राजा भ्रतृहरी की गुफा , रहसू गुरु की पत्थर की नाव , जल संग्रह के लिए चोटी पर बना हुआ कुंआ , पहाड़ की गुफा में परेवादह , झीलें , चौंड़ा माथा इत्यादि श्रद्धालुओं को काफी आकर्षित करते हैं।