वीटीआर के वन क्षेत्र में बढ़ी मॉनसून गश्ती , वन कर्मीयों हुए अलर्ट ।
BAGAHA News11tv
वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र में वन कर्मीयों के द्वारा वन क्षेत्रों में चौकसी तेज करते हुए नाइट पेट्रोलिंग तेज कर दी गई है।
इस बाबत जानकारी देते हुए वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि वन क्षेत्रों में मॉनसून गश्ति तेज कर दी गई है। वन कर्मियों की अलग-अलग टीम बनाकर अलग-अलग शिफ्टों में गंडक नदी से सटे चुल्लभट्टा, ठाढी, भेड़िहारी आदि वन क्षेत्रों में वन कर्मियों की चौकसी तेज कर दी गई है ।अलग-अलग शिफ्टों में वन क्षेत्र में चौकसी की जा रही है। कारण की मानसून के आने के बाद बरसात के दिनों में गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जाती है। गंडक नदी से सटे पड़ोसी देश नेपाल के वन अपराधी गंडक नदी के बढ़े जलस्तर का फायदा उठाकर नदी के रास्ते टाइगर रिजर्व के जंगल में प्रवेश कर वन संपदा और वन्य जीवों को नुकसान नहीं पहुंचा सके ।इस कारण नदी के तटवर्ती वन क्षेत्र में दिवा और रात्रि पेट्रोलिंग सख्त कर दी गई है।तेज बारिश होने पर और गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि हो जाने पर चुल भट्ठा वन क्षेत्र में पानी प्रवेश कर जाने की संभावना को देखते हुए वन कर्मियों को पूरी तरह अलर्ट रखा गया है। वन क्षेत्रों में रह रहे शाकाहारी और मांसाहारी जीव के गतिविधियों पर भी पैनी निगाह रखी जा रही है ।वनपाल सोनू कुमार के नेतृत्व में वन कर्मियों की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। वही वनपाल को प्रत्येक घंटे-घंटे की रिपोर्ट वन क्षेत्र कार्यालय में समर्पित करने की हिदायत की गई है ।
इस बाबत पूछे जाने पर वनपाल ने बताया कि वन कर्मियों को अलग-अलग समूहों में अलग-अलग क्षेत्रों में बांटा गया है। प्रत्येक टीम को वाकी टाकी से लैस रखा गया है। तथा उन्हें प्रत्येक गतिविधि की सूचना पेट्रोलिंग गाड़ी समेत वन क्षेत्र कार्यालय को देने की सख्त हिदायत की गई है। वनकर्मी पूरी तरह चौकस हैं। वन प्रशासन वन संपदा और वन्यजीवों की सुरक्षा को अपनी पहली प्राथमिकता मानता है। इनको नुकसान पहुंचाने की मंशा रखने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ वन प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा।