एसएसबी ने सीमावर्ती क्षेत्र के लोगो को बाटा पौष्टिक आहार l

एसएसबी ने सीमावर्ती क्षेत्र के लोगो को बाटा पौष्टिक आहार l
एसएसबी ने सीमावर्ती क्षेत्र के लोगो को बाटा पौष्टिक आहार l

*मानव चिकित्सा शिविर  लगा कर किया निःशुल्क उपचार*।

BAGAHA News11tv 

वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

एसएसबी 21वीं वाहिनी बगहा के अधीन चकदहवा सीमा चौकी के कार्य क्षेत्र मे स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय रहुआ टोला में रहुआ टोला, चकदहवा, झंडू टोला, बिन टोला, कान्ही टोला सीमावर्ती गांव के गरीब व कुपोषित परिवारों को बगहा के कार्यवाहक कमांडेंट अश्वनी कुमार के नेतृत्व में रविवार को कुमार फाउंडेशन टीम के सौजन्य से प्राप्त पौष्टिक आहार का वितरण किया गया।वही उपरोक्त गांव के परिवारों की स्वास्थ्य की जांच हेतु एसएसबी 21 वीं वाहिनी की ओर से निःशुल्क मानव चिकित्सा शिविर (एस.सी.ए) का भी आयोजन किया गया।एवं जनीशक्ति फाउंडेशन के सहयोग से शारदा हॉस्पिटल, हरनाटांड़ की तरफ से भी मानव चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस इलाके में प्रत्येक वर्ष अनेक परिवार बाढ़ से प्रभावित होते हैं। जिससे गांवों में अनेक प्रकार की बिमारियां फैलती है। तत्पश्चात ग्रामवासियों व बच्चों के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है।मानव चिकित्सा शिविर के द्वारा गरीब परिवारों के स्वास्थ को उत्तम बनाने की कोशिश की गई।और न्यूट्रीमिक्स फूड(Nutrimix food)पौष्टिक आहार के वितरण का उद्देश्य यह है,कि इस क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य बेहतर रहे। तथा अन्य बीमारियों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता का विकास हो सके। उपरोक्त गांवों के  लगभग 250 सीमावर्ती गरीब परिवारों को पौष्टिक आहार वितरण किया गया।और 225 परिवारों को मानव चिकित्सा शिविर (एम.सी.ए) के द्वारा उपचार किया गया। इसके साथ ही एसएसबी के द्वारा नशा मुक्ति भारत पर स्थानीय लोगो को जागरूक किया गया।साथ ही साथ बेटी बचाओ - बेटी पढ़ाओ पर भी सभी के सोच को बदलने हेतु जागरूक किया। साथ ही “नारी शक्ति का जन जागरण : एक पहल देश के लिए” महिलाओं को जागरूक किया गया।इस का मुख्य उद्देश्य महिलाओं में जागरूकता बढ़ाना।जैसे-  हिंसा के प्रकार एवं उनसे संबन्धित कानूनी प्रावधान, पुलिस में रिपोर्ट करने की प्रक्रिया, बाल विवाह, दहेज प्रथा, घरेलू हिंसा, सुरक्षा योजनाएं और आपातकालीन प्रतिक्रियाएं, सुरक्षित यौन संबंधो का महत्व, संक्रमण और यौन संचारित रोगों का जोखिम, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ जागरूकता, पीड़ितों के लिए पुनर्वास कार्यक्रम, मनोवैज्ञानिक सहायता और हेल्पलाइन, यौन उत्पीड़न के बाद चिकित्सा सहायता, घरेलू हिंसा के लक्षण और सहायता के उपाय, आत्मरक्षा के सरल उपाय , नारी शक्ति का उत्थान कैसे किया जाए। तथा महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज कैसे उठाएँ।तमाम विषयों पर  जानकारी दी गयी ।
इस कार्यक्रमके दौरान जनीशक्ति फाउंडेशन के लक्ष्मी खत्री,
डा. उमेश कुमार गुप्ता(एम. डी. फिजिशियन, शुगर, छाती एवं नस रोग विशेषज्ञ)शारदा हॉस्पिटल, हरनाटांड़,बगहा के  सहायक कमांडेंट मोहित सिंह,65वीं वाहिनी के सहायक कमांडेंट चिकित्सा डां नवनीत कौर,निरीक्षक राजेंद्र सिंह,उप निरीक्षक  मोती लाल ,उप निरीक्षक (महिला) निधि पाल के साथ कई बलकर्मी व ग्रामीण मौजूद रहे I