सावन के अंतिम सोमवारी को लेकर वाल्मीकि नगर में लगा रहा काँवरियों का ताता।

सावन के अंतिम सोमवारी को लेकर वाल्मीकि नगर में लगा रहा काँवरियों का ताता।
सावन के अंतिम सोमवारी को लेकर वाल्मीकि नगर में लगा रहा काँवरियों का ताता।

- सावन की अंतिम सोमवारी पर श्रद्धालुओ ने की भव्य रूप से की पुजा अर्चना व जलाभिषेक।

 आखिरी सोमवारी पर कॉवरियो के जयघोष से गूंजमान उठा वाल्मीकि नगर धाम।

BAGAHA News11tv 

वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

अंतिम सोमवारी पर कांवरियों की भारी भीड़ वाल्मीकि नगर में उमड़ी। शनिवार से ही पवित्र त्रिवेणी नदी और सोनभद्र से रविवार को जल लेकर विभिन्न शिव मंदिरों में कांवरियों का जत्था रवाना हुआ।
बोल-बम के नारों से वाल्मीकि नगर के कोना-कोना गुंजमान हो उठा।लोग भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर अपने मंजिल की ओर बढ़े जा रहे हैं। जगह-जगह कांवरिया शिव धुन गाते व भक्ति में नाचते दिखे।सावन के महीने में कडे धूप,बरसात और गर्मी के बीच शिव भक्त अपने मंजिल की ओर बढ़ते दिखे। वाल्मीकि नगर के आसपास के इलाके बोल-बम के नारों से गूंज रहे हैं।गोल चौक, टंकी बाजार, गंडक बराज आदि क्षेत्रों में शिव भक्त कांवरियों का भीड़ जुटी हुई है।हर दिन शिव भक्तो का काफिला वाल्मीकि नगर पहुंच रहा है।चारों तरफ शिव भक्ति ही नजर आ रहे हैं।वीटीआर के घनघोर जंगल में स्थित मां नर देवी माता मंदिर,जटाशंकर धाम मंदिर,महा कामेश्वर मंदिर,सोनभद्र के तट पर बेतिया महाराज द्वारा निर्मित महाकालेश्वर धाम मंदिर और सीमा से सटे नेपाल के चितवन जिले में अवस्थित प्राचीन काल मंदिर वाल्मीकि आश्रम में भी कांवरियों का भीड़ जमा हुआ है। कीर्तन,भजन करते कांवरियों की टोली देखी जा रही है।