धूमधाम से मनाया गया अनंत चतुर्दशी का त्योहार , श्रद्धालु ने सुना कथा।
BAGAHA News11tv
बगहा दो प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को भगवान विष्णु को समर्पित पर्व अनंत चतुर्दशी को धूमधाम से मनाया गया. युवक और युवतियों ने उपवास रखकर कलश पर अष्टदल कमल की तरह बने बर्तन में कुश से निर्मित अनंत की स्थापना कर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना किया. पूजा के बाद अनंत सूत्र को बाजू में बाधा गया. वहीं पंडित सुबोध मिश्र व अंकित उपाध्याय ने बताया कि सनातन धर्म में अनंत चतुर्दशी का विशेष महत्व है. पंचांग अनुसार हर साल अनंत चतुर्दशी भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है.पौराणिक मान्यता के अनुसार महाभारत काल से अनंत चतुर्दशी व्रत की शुरुआत हुई. यह भगवान विष्णु का दिन माना जाता है.अनंत भगवान ने सृष्टि के आरंभ में चौदह लोकों तल, अतल, वितल, सुतल, तलातल, रसातल, पाताल, भू, भुवः, स्वः, जन, तप, सत्य, मह की रचना की थी. इन लोकों का पालन और रक्षा करने के लिए वह स्वयं भी चौदह रूपों में प्रकट हुए थे, जिससे वे अनंत प्रतीत होने लगे. इसलिए अनंत चतुर्दशी का व्रत भगवान विष्णु को प्रसन्न करने और अनंत फल देने वाला माना गया है.इस दिन लोग व्रत रखते हैं और श्री हरि विष्णु की पूजा- अर्चना करते हैं. वहीं भगवान विष्णु के अनंत स्वरूप की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है. वहीं रक्षा सूत्र बांधने से जीवन में व्याप्त दुख और संताप दूर हो जाते हैं.