वाल्मीकि नगर क्षेत्र में बिजली कटौती से उपभोक्ताओं में मचा त्राहिमाम।
--- वाल्मीकि नगर के उपभोक्ताओं ने बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों को भेजा त्राहिमाम- पत्र।
वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।
इंडो़-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र में इन दिनों बिजली की कटौती से जनता त्राहिमाम कर रही है। जून महीने में राज्य सरकार के द्वारा बार-बार हीट वेव का अलर्ट जारी किया गया था। अभी भी वर्तमान हालात में गर्मी की तपिश कम होने का नाम नहीं ले रहा है।इसके बावजूद बिजली विभाग द्वारा दिन और रात पूरे दिन बिजली की कटौती की जा रही है। यह आरोप वाल्मीकि नगर क्षेत्र की जनता ने लगाते हुए विभाग के वरीय अधिकारियों के पास त्राहिमाम- पत्र भेजते हुए बिजली की लगातार की जा रही कटौती पर रोक लगाने की गुहार लगाई है।उन्होंने अपने आवेदन में लिखा है कि हर 2 मिनट पर लाइन का कट जाना कहीं से भी उचित नहीं है।
--- बिजली कटौती का बुरा प्रभाव ।
यह समस्या न केवल आम जनता बल्कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चो, बिजली दुकानदार, होटल व्यवसायी, रेस्टूरेंट संचालक और बच्चों के लिए भीषण गर्मी में असहनीय समस्याओं का कारण बन रही है।रोज़मर्रा की ज़िंदगी में बिजली सबसे बड़ी जरूरत है। घंटों बिजली कटौती से लोग घरों के अंदर भी त्राहिमाम कर रहे हैं। यह स्थिति न केवल आम जनमानस के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के विद्यालय, होटल और रेस्टूरेंट व्यवसाय के लिए भी एक बड़ी परेशानी बन गई है।
--- पर्यटकों को परेशानी
वाल्मीकिनगर पर्यटन नगरी के नाम से प्रसिद्ध है।परंतु बिजली विभाग के निराशाजनक रवैए के कारण पर्यटक भी यहाँ आने से कतरा रहे हैं। महंगे होटलों में तो सुविधाएं होती हैं, परंतु आम आदमी जो अपने बजट का होटल ढूंढता है। वहाँ लाइट कटने पर मच्छरदानी के भरोसे ही रात गुजारनी होती है। इसका प्रतिकूल प्रभाव यहाँ के होटल व्यवसायियों पर भी हो रहा है। घंटों बिजली कटने के कारण घरों में और व्यवसायियों के फ्रिज में रखे सामान भी खराब हो रहे हैं।बार-बार बिजली कटने का कारण तार टूटना या पेड़ की डाल गिर जाना बताया जाता है। इस बाबत दूरभाष पर पूछे जाने पर बिजली विभाग बगहा के सहायक अभियंता अमित कुमार ने बताया कि मानसून के कारण व वीटीआर के बीचो-बीच गुजरे तार पर पेड़ के डाली सटने व गिर जाने के कारण विद्युत आपूर्ति फोल्ट हो जाती है। उसी की साफ-सफाई,मरमम्त आदि का कार्य चल रहा है। मरम्मत का कार्य दुरुस्त होते ही सुचारू रूप विद्युत चालू कर दी जाएगी।