धूमधाम से मनाया गया मकर संक्राति पर्व

धूमधाम से मनाया गया मकर संक्राति पर्व
धूमधाम से मनाया गया मकर संक्राति पर्व
 बगहा /News11tv/
मकर संक्रांति का पर्व रविवार को पूरे हर्षोल्लास के साथ थरूहट क्षेत्र मनाया गया. इस अवसर पर लोगों ने गंगा में स्नान के बाद मंदिरों में पहुंचकर पूजा-अर्चना और दान-पुण्य किया. सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था. देर शाम तक शहर के विभिन्न मंदिरों में लोगों ने भगवान का दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की. इस दिन दान का विशेष महत्व माना जाता है. ऐसे में लोगों ने तिल, गुड़, चावल और अन्न आदि का दान किया. जगह-जगह पर खिचड़ी का प्रसाद वितरण किया गया. महिलाओं ने तिल, तिलवा का प्रसाद चढ़ाया। तत्पश्चात लोगों ने अपने परिवार के साथ दही, चूड़ा, तिलकुट, तिलवा, गुड़ आदि का भोजन किया तथा लोगों को कराया। जबकि कई जगह खिचड़ी का भोग लगाया और प्रसाद आदि का भी वितरण किया गया. इसके साथ ही शुभ काम भी शुरू हो जाएंगे. मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन स्नान करने और खिचड़ी व तिल का दान करने से सारे पाप कट जाते हैं. ऐसे में जगह-जगह भंडारे लगाए गए व गरीबों को गर्म कपड़े व कंबल दान दिए गए. ज्योतिषाचार्य के अनुसार इसी दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है और उत्तरायण हो जाता है. पंडित मुन्ना उपाध्याय, सुबोध मिश्रा ने बताया कि सूर्य के धनु से मकर राशि में जाने से खरमास भी समाप्त हो गया. अब से मंगल कार्य शरू होंगे. मकर संक्रांति के पर्व पर दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है. खासकर तिल से बनी खाद्य सामग्री का यह। ऐसे में लोगों ने मूंगफली, तिल की गज्जक, लड्डू, रेवडी और खिचड़ी वितरित की.
---कड़ाके की ठंड में भी 
ग्रामीण क्षेत्र में रविवार को मकर सक्रांति का त्योहार पर दिन भर छतों पर पतंग उडाने की धूम मची रही. सुबह से ही बच्चे युवक छतों पर पतंग उड़ाने में मशगुल रहे. रंगबिरंगी पतंगों से आकाश शरोबार हो गया. पतंग उड़ाने के साथ साथ लोग लाउडस्पीकर भी बजा रहे थे. 
----मकर संक्राति के त्योहार पर महिलाओं ने पशु को खिलायी हरा चारा
मकर संक्राति के त्योहार को लेकर दान दाताओं ने भी  पशुओं के लिए हरा चारा गुड खिलाकर पुण्य कमाया. ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं हरा चारा खिलाएं और पुजा अर्चना की महिलाओं ने परिवार के बुजुर्गों को वस्त्र पहनाकर उनका आशीर्वाद लिया तो वहीं एक दूसरे को घरेलू उपयोग में आने वाली वस्तुएं कल्पकर भेंट दी.