पुजा अर्चना कर लौट रहे 69 श्रद्धालुओं को एसएसबी और एपीएफ ने नदी में डूबने से बचाया।

 पुजा अर्चना कर लौट रहे 69 श्रद्धालुओं को एसएसबी और एपीएफ ने नदी में डूबने से बचाया।
 पुजा अर्चना कर लौट रहे 69 श्रद्धालुओं को एसएसबी और एपीएफ ने नदी में डूबने से बचाया।

BAGAHA News11tv 


वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।


वाल्मीकिनगर स्थित भारत-नेपाल सीमा पर सीमा सुरक्षा में तैनात एसएसबी सीमा सुरक्षा सहित सामाजिक सुरक्षा के लिए तत्पर रहता है।इसी क्रम में 21वीं  वाहिनी स.सी. ब. के कार्यक्षेत्र  एफ समवाय वाल्मीकि आश्रम के कार्मिकों और एपीएफ नेपाल  के कर्मियों ने वाल्मीकि आश्रम (नेपाल) में दर्शन करने आए लगभग 69 श्रद्धालुओ को तमसा नदी के तेज धार में बहने सकुशल  बचाते हुए पार कराया।बताते चलें कि सोमवार की सुबह  लगभग 5 बजे  69 श्रद्धालु जो  भारत से वाल्मीकि आश्रम (नेपाल)  दर्शन करने आए थे। दर्शन करने के उपरांत जब श्रद्धालु वापस आ रहे तो अचानक तमसा नदी में तेज बहाव के साथ पानी का स्तर में वृद्धि  होने लगा।जिससे कुछ श्रद्धालु नदी में फस गए और चीख पुकार करने लगे। इस पर एफ समवाए के  समवाय प्रभारी को  और एपीएफ नेपाल के पोस्ट कमांडर को सूचना मिली।सूचना मिलते ही दोनो प्रभारियों तत्परता दिखाते हुए अपने - अपने कर्मियों के साथ नदी के पास पहुंचे अदम साहस का परिचय देते हुए मानव श्रृंखला बना कर तथा उपस्थित संसाधन का उपयोग करते हुए कुल 69 श्रधालुओं को जिसमे (पुरुष - 31, महिला - 29, बच्चें - 09) सकुशल  तमसा नदी से बाहर निकाला गया। इसके उपरांत सभी श्रद्धालु अपने- 
अपने गंतव्य को  प्रस्थान किए।साथ सभी श्रद्धालुओं ने 21वीं वाहिनी एफ समवाय स. सी. ब. के कार्मिको व एपीएफ नेपाल के कार्मिकों का आभार प्रकट किया। फसे श्रद्धालुओं में नीरज गुप्ता के साथ 06 श्रद्धालु जो गोपालगंज बिहार थे, घुघली महतो के साथ 40 श्रद्धालु सहोदरा नरकटियागंज बिहार, संदीप कुमार के साथ 4 श्रद्धालु महराजगंज उत्तर प्रदेश, संजीव कुमार के साथ 16 श्रद्धालु मोतिहारी से थे।इस मौके पर 21वी वाहिनी शस्त्र सीमा बल के 'एफ' समवाय के सदस्यों के जवान और अधिकारियों मे निरीक्षक/सामान्य-चंद्रमणि मेइटे ,सा उप निरीक्षक/सा - प्रणव सोनवाल, सा उप निरीक्षक/संचार - मनोज कुमार, मु आ/सा - गौतम कुमार मंडल व अन्य 13 जवान तथा एपीएफ के सा उप निरीक्षक - कुंजन चौधरी सहित और 4 जवान मौजूद रहे।