वीटीआर में नेपाली हाथियों का तांडव शुरू ,हाथियों की चहलकदमी से वनवर्ती गांवों के लोगों मे दहशत l
नेपाल से भटके हाथीयों का समुह वाल्मीकिनगर व गोनौली वन क्षेत्र के जंगल व सटे सरेहों मे कर रहे चहलकदमी l
BAGAHA News11tv
वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।
बिहार का इकलौता वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के जंगल नेपाली हाथियों को आकर्षित करने लगा है।कभी नेपाल के राष्ट्रीय निकुज चितवन जंगल से भटककर गैंडा तो कभी नेपाली हाथियों का झुंड वीटीआर के वाल्मीकिनगर व गोनौली वन क्षेत्र के जंगलों व जंगल से सटे सरेहों मे चहलकदमी करते रहते हैं।इसी क्रम में सोमवार की देर रात वीटीआर के गोनौली वन क्षेत्र के वाल्मीकि आश्रम जंगल में स्थित वाल्मीकि आश्रम एसएसबी कैंप के समीप लगभग आधा दर्जन नेपाली हाथियों का झुंड ने तांडव मचाना शुरू कर दिया।तांड़व मचाने के दौरान लोगों के जॉच के लिए एसएसबी के द्वारा बनाए गये चेक पोस्ट (गुमटी) को तोड़-फोड किया।साथ ही देव नारायण रौनियार का चलंत ठेला को तोड़-फोड़ कर खाने पीने का जो भी सामान था।उसको भारी नुकसान पहुँचाया हैं।उसके बाद भारतीय वन क्षेत्र से वाल्मीकि आश्रम पहुंचा।जहा आश्रम के आसपास बसे लगभग 50 घर नेपाली नागरिको के झूंगी-झोपडी़ को नुकसान पहुचाने के उदेश्य से तांड़व मचाना शुरू कर दिया।तब तक नेपाल एपीएफ,नेपाल पुलिस एंव नेपाली नागरिको ने हाथियों के आहट पाकर शोर-गूल मचाना व आग जला कर लुकार बांध कर हाथीयों को भगाना शुरू कर दिया।तब नेपाली हाथीयों का झूंड़ नेपाल सरहद को पार कर फिर से भारतीय वन क्षेत्र में जा पहुंचा।जिसको लेकर वीटीआर प्रशासन ने वनकर्मियों को हाईअलर्ट करते हुए चौकसी बढ़ा दी है।तथा जंगल से सटे वनवर्ती गांवों के लोगों को सरेहों और जंगलों की ओर नहीं जाने के लिए अपील कर रही है।इस संबंध मे वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डाक्टर नेशामणी के० ने बताया कि नेपाल से गोनौली वनक्षेत्र मे हाथियों की चहलकदमी की सुचना मिली है।सुचना को गंभीरता से लेते हुए गोनौली वनक्षेत्र के प्रभारी वनक्षेत्र अधिकारी एंव वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र अधिकारी राजकुमार पासवान के नेतृत्व मे वनकर्मियों को हाईअलर्ट कर चौकसी के लिए तैनात कर दिया गया है। तथा लोगों को सुरक्षित रहने के लिए अपील किया जा रहा है।निदेशक ने बताया कि नेपाल के चितवन और वीटीआर का वाल्मीकिनगर का वनक्षेत्र एक दुसरे से खुला क्षेत्र है।जिससे नेपाल से जंगली जानवरों बाघ,गैंडा, हाथियों जैसे अन्य जानवरों का आना जाना लगा रहा है।इन जानवरों की निगरानी के लिए वनकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।