वाल्मीकिनगर कॉलोनीं बना भालू और तेंदुओं का आशियाना ।

वाल्मीकिनगर  कॉलोनीं बना भालू और तेंदुओं का आशियाना ।
वाल्मीकिनगर  कॉलोनीं बना भालू और तेंदुओं का आशियाना ।

वाल्मीकि नगर के लोग दहशत में, वन विभाग लाचार

BAGAHA News11tv 
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के प्रक्षेत्रो से निकलकर भालू और तेंदुओं ने वाल्मीकि नगर के कई कालोनियों में इन दिनों अपना आशियाना बनाना शुरू कर दिया है।भालू और तेंदुओं के डर से कॉलोनी के लोगो का शाम ढलते ही घरों में दुबकना शुरू हो जा रहा हैं।

इनके डर से गंडक प्रोजेक्ट के जी टाइप,मनोविनोद स्थल, मृत त्रिवेणी कैनाल, हॉस्पिटल रोड, तीन नंबर पहाड़ ऊपरी शिविर,ई टाइप कॉलोनी , पुस्तकालय भवन, पोस्ट ऑफिस, कॉलेज, दलित बस्ती आदि जगहों के लोग दहशत में रह रहें हैं। जान -माल की सुरक्षा को लेकर रतजगा कर रहें हैं।वहीं वन विभाग इन जानवरों के गतिविधि पर नियंत्रण करने में जहाँ लाचार हैं, वहीं लोग बेबस दिखाई पड़ रहें हैं। 

कॉलोनी निवासी में संगीत आनंद,लोकनाथ राम, ब्रजकिशोर रावत,मोनू सिंह,सरिता देवी आदि ने बताया कि लगभग एक सप्ताह से 3 और तेंदुआ गंडक कॉलोनी में दिन के उजाले और शाम ढलते ही पहुंचकर तबाही मचाना शुरू कर दे रहें हैं। कॉलोनी वासियों ने टीन बाजाकर शोरगुल करके भालू और तेंदुओं को जंगल की ओर खदेड़ रहें हैं। 

वन क्षेत्र के प्रभारी वनपाल गजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यह गंडक प्रोजेक्ट कॉलोनी वीटीआर के गर्भ में बसा है और जंगल से सटा हुआ है। इसलिए जंगली जानवरों का आना- जाना लगा रहता है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि सतर्क एवं सजग रहे तथा किसी भी प्रकार का वन्य जीव दिखाई दें, तो उसके साथ छेड़छाड़ ना करेंऔर इसकी सूचना तुरंत वन कार्यालय को दें।