-- ग्रामीणों ने चकदहवा कटाव के विरोध किया प्रदर्शन। 

-- ग्रामीणों ने चकदहवा कटाव के विरोध किया प्रदर्शन। 
-- ग्रामीणों ने चकदहवा कटाव के विरोध किया प्रदर्शन। 

- सैकड़ों एकड़ खेती की योग भूमि का कटाव जारी।

- गंड़क नदी चकदहवा गांव में कर रही तेजी से कटाव।

BAGAHA News11tv 

वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।


भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गंड़क बराज में पानी कम होने से गंड़क नदी से सटे निचले इलाको में कटाव जारी हैं।इसी क्रम में वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर-रमपुरवा पंचायत के अंतर्गत चकदहवा, झंडू टोला,कान्ही टोला,बीनटोली आदि  गांव के दर्जनों किसानों महिलाओं व पुरूषों ने गांव के अस्तित्व पर मंडरा रहे खतरे को देखते हुए भारी संख्या में गंडक नदी के द्वारा किए जा रहे कटाव के विरोध में प्रदर्शन किया। और प्रशासन से कटाव निरोधी कार्य शीघ्र कराने की मांग की।बताते चलें,कि ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखते हुए  और बार-बार वरीय अधिकारियों को आवेदन भेजने पर भी कटाव निरोधी कार्य स्थायी रुप से नहीं किया गया है। किंतु अब तक कटाव निरोधी कार्य में कोई सहायता नहीं प्राप्त होने पर ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए मोर्चा खोल दिया है। इस बाबत चकदहवा, झंडू टोला,बीन टोली कान्ही टोला आदि गांव के किसानों राजू राम,गुलाब अंसारी,शिवकली देवी,ध्रूपति देवी,शम्भू राम आदि ने बताया कि पिछले कई वर्ष से गंडक नदी की तेज धार द्वारा तेजी से कटाव हो रहा है।जिसके लिए पिछले वर्ष भी पदाधिकारियों से गुहार लगाई गई थी। इस वर्ष भी गंडक नदी तेजी से कटाव कर रही है। जिससे सैकड़ों एकड़ खेती की योग भूमि और खेत में लगी फसल गंड़क नदी में कट चुकी है।ग्रामीण के ऊपर संकट मंडरा रहा है।गंडक नदी का कटाव गांव के समीप तक पहुंच चुका है। शीघ्र ही गांव भी कटाव की चपेट में आ जाएगा।ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त आवेदन वरीय अधिकारियों को भेज कर कटाव निरोधी कार्य कराने और गांव को संकट से बचाने की गुहार लगाई है ।ग्रामीणों ने इस बाबत अनुमंडल पदाधिकारी बगहा ,जिला अधिकारी पश्चिम चंपारण बेतिया  को आवेदन भेजते हुए शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। इस आवेदन में गुलाब अंसारी, कुमारी देवी, जय दयाल शाह, राजली देवी, वीरेंद्र बीन, हीरा देवी, रामसमुझ पंडित, शिवकली देवी,  विक्रम बिन, सतीश मुसहर, सुशील कुशवाहा, शुभा राम ,भूटन राम, सरवन कुशवाहा,विशुन्देव राम,शंम्भू राम समेत कई किसानों  के हस्ताक्षर हैं।