78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके शिक्षकों का मूल वेतन बढ़ाने को लेकर इशारों इशारों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की घोषणा ।
ब्यूरो रिपोर्ट न्यूज़11टीवी, पटना
◆ 9300 के मूल वेतन के साथ 4200 का ग्रेड पे व 4600 का ग्रेड पे वाला वेतन मिलेगा शिक्षकों को, इशारो इशारो मे CM नीतीश ने की घोषणा।
◆ इशारो इशारो मे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को पटना के गाँधी मैदान से शिक्षकों को पूर्ण वेतनमान देने की बात कही,9300 के मूल वेतन के साथ 4200 का ग्रेड पे व 4600 का ग्रेड पे वाला वेतन मिलेगा शिक्षकों को
78 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान में राष्ट्र ध्वज फहराया. इसके बाद बिहारवासियों को संबोधित किया और एक-एक कर अपने कामों को गिनाया. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए लालू परिवार पर भी जबरदस्त हमला बोला. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य को 15 अगस्त के शुभ अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि हमने लाखों युवाओं को रोजगार दिया है और अभी तक 5:30 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दिया जा चुका है और आने वाला समय में विधानसभा चुनाव से पहले 7 लाख और सरकारी नौकरी युवाओं को दी जाएगी वह भी नियमित वेतनमान पर मुख्यमंत्री ने इशारों इशारों में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षकों का आने वाला समय बहुत ही उज्जवल है शिक्षकों की जो चीज परिचित मांग है समान काम का समान वेतन आने वाले समय में इन शिक्षकों को यह सुविधा दी जाएगी हम इस पर भी गंभीरता पूर्वक विचार कर रहे हैं। उन्होंने इशारों इशारों में कहा कि शिक्षकों को 9300 के मूल वेतन पर 4200 का ग्रेड पे के साथ नियमित वेतनमान दिया जाएगा साथ ही उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को 9300 के मूल वेतन के साथ 4600 ग्रेड पे का का पूर्ण वेतनमान दिया जाएगा हम लोग इस पर विचार कर रहे हैं बजट के हिसाब से सरकारी खजाने के हिसाब से हमारी सरकार इस पर विचार कर रही है इसलिए आप शिक्षक मन लगाकर अपने दायित्व का निर्वहन करें हम आपकी दायित्व का निर्वहन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, किसी भी क्षेत्र को उठा लीजिए,क्या हालात थे ? उन लोगों ने अल्पसंख्यकों को भी कोई मदद नहीं की थी. हमने न सिर्फ मुसलमानों बल्कि सभी समाज के लोगों के लिए काम किया है. लालू-राबड़ी राज में बिहार का बजट कितना था, अब कितना है? 278000 हजार करोड़ का बजट हो गया. 2005 से अब तक 10 गुना बढ़ गया है बजट.
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों की तरफ देखते हुए कहा. आप सब लोग पत्रकार मित्र हैं. हम हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं की पुरानी बात को भी लिख दीजिए. हमसे अगर नाराज हैं तो क्या कहेंगे… लेकिन हम तो काम करते हैं. हम आप लोगों के प्रति नाराज नहीं हैं. हम सब दिन आपके प्रति इज्जत और सम्मान करते रहेंगे. हम कभी किसी के खिलाफ नहीं बोलते हैं .हम यही कहेंगे कि पहले क्या था और आज क्या किया गया है ? यह लोगों को बताइए। तेजस्वी पर हमला बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ भी बयान देता है और छपते रहता है, क्या किया है ? लालू परिवार पर तीखा हमला बोलते हुए सीएम नीतीश ने पूछा…. कुछ किया है ये लोग ? अपने घर को बढ़ाया है, अपनी जगह पत्नी को बना दिया, बेटा-बेटी यही सब करते रहा. हम लोग कभी किए हैं? आप लोग बोलिए..ये लोग कितना धंधा करते रहेता है. वही सब चलते रहता है. हम लोग जितना काम किए हैं,
उन सब चीजों का ध्यान रखिए. उन्होंने कहा कि बिहार में कानून का राज है. कानून का राज स्थापित करने को लेकर जो भी संभव है वह किया जा रहा है . मुख्यमंत्री ने कहा कि जह हमें काम करने का मौका मिला तो पता चला कि बिहार में पुलिस बल की संख्या मात्र 42481 है, जो जरूरत के हिसाब से बहुत कम थे. इसीलिए उसी समय पुलिस की संख्या को बढ़ाने का निर्णय लिया गया. इसके लिए नए पदों का सृजन किया गया और पुलिस में बहाली की गई. अब पुलिस बल की संख्या बढ़कर 110000 हो गई है. हमने 2023 के पहले भी सुझाव दिया था कि हमारी जरूरत के हिसाब से पुलिस की संख्या को और बढ़ाई जाए.अब पदों की संख्या बढ़ाकर 227000 तय किया गया है. बहाली का काम शुरू है. इसी अगस्त महीने में पुलिस में 21000 पदों पर नियुक्ति के लिए परीक्षा हो रही है. इस साल और अगले साल के प्रारंभ तक पुलिस के सभी पदों पर बहाली पूरी कर ली जाएगी. पुलिस के लिए वाहन एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं. ताकि लॉ एंड ऑर्डर में और अनुसंधान में किसी प्रकार की दिक्कत ना हो.
आप लोग देख रहे हैं 2005 से कितना काम किया है. शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया है .पहले स्कूलों की संख्या बहुत कम थी. शिक्षकों की काफी कमी थी. जिसके कारण स्कूलों में ठीक से पढ़ाई नहीं होती थी. गरीबों की वजह से लड़कियां भी पांचवी कक्षा के बाद पढ़ नहीं पाती थी. सबसे पहले हमने नए स्कूल खोले, क्लास रूम बनाए गए, बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 10 प्लस टू विद्यालय खोले गए.
पहले शिक्षकों की कमी को देखते हुए पंचायत, नगर निकाय के माध्यम से बहाली की गई. अब सरकारी तौर पर शिक्षकों की बहाली की जा रही है. नियोजित शिक्षक भी सरकारी शिक्षक बनना चाहते थे. सक्षमता परीक्षा के माध्यम से सरकारी शिक्षक बनने के अवसर दिए जा रहे हैं. 1 लाख 80 हजार नियोजित शिक्षक सरकारी बन गए हैं. जो बच गए हैं उन्हें भी मौके दिए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हमें काम करने का मौका मिला तो सरकारी अस्पतालों में औसतन 29 मरीज आते थे. अब 11000 से अधिक मरीज जा रहे हैं. पहले सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल काफी कम थे. डॉक्टरी की पढ़ाई करने छात्र बाहर जाते थे. इलाज के लिए भी मरीज राज्य के बाहर जाते थे. इसलिए सरकार ने निर्णय लिया कि मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़ाई जाए .अब मेडिकल कॉलेज की संख्या बढ़कर 11 हो गई है, 15 और नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं.पीएमसीएच को 5462 बेड की क्षमता वाले बनाया जा रहा है. 2003 में अटली जी के कार्यकाल में एम्स पटना बनाए जाने की स्वीकृति दी गई । इसका लाभ बिहार के लोगों को मिल रहा है. एक नया एम्स देने का निर्णय हुआ है. नया एम्स दरभंगा में बनेगा, निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है.
सुदूर इलाके से राजधानी पटना पहुंचने का समय पांच घंटे तय किया गया है. इसको लेकर काम किया जा रहा है. पटना का काफी विकास हुआ है. आप सब लोग तो जानते ही होंगे. शाम तक कितनी देर तक पटना में विभिन्न जगहों पर लोग रहते हैं. जेपी गंगा पथ को पश्चिम में आरा में बने बीर कुंवर सिंह सेतु और पूर्व में मोकामा राजेन्द्र सेतु तक विस्तारित करने का फैसला लिया है.
CM ने लालू परिवार पर भी हमला बोला. कहा कि बीच में कुछ लोग मेरे साथ आ गया था. वही लोग इधर-उधर बोलते रहता है . 2 लाख पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो गई है. इस साल चुनाव से पहले युवाओं को 10 लाख की जगह 12 लाख सरकारी नौकरी दी जाएगी. 2022 में हम कह दिए थे कि 10 लाख नौकरी देंगे, अब उसे बढ़ाकर 12 लाख कर दिए हैं. लोगों को नौकरी तो देंगे ही, रोजगार के बारे में भी 10 लाख कहे थे, रोजगार की बात है तो पिछले 4 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में 24 लाख लोगों को रोजगार दे दिया गया है. इस साल और अगले साल 2025 चुनाव से पहले 10 लाख और रोजगार देने का लक्ष्य है. इस लाख 10 लाख की जगह 34 लाख रोजगार और 10 लाख नौकरी की जगह 12 लाख नौकरी होगा।