- मुख्य पश्चिमी नहर के फाटक से नेपाली वन कर्मियों ने हिरण के शव को किया रेस्क्यू।
- गंडक नदी के नेपाल क्षेत्र में बहकर आया था हिरण।
- नेपाल के मुख्य पश्चिमी नहर के फाटक में फंसा हुआ था,हिरण।
BAGAHA News11tv
वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।
भारत- नेपाल सीमा पर स्थित गंडक बराज के नेपाली क्षेत्र के 36 नम्बर फाटक से सटे मुख्य पश्चिमी नहर के फाटक संख्या एक में पानी के बहाव के साथ पानी में बहकर एक जिंदा हिरण (शांमड) गुरुवार की सुबह बहकर आया। जिसकी सूचना मिलते हीं हिरण को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। तत्काल इसकी सूचना त्रिवेणी गांव विकास समीति स्थित वन कार्यालय को दी गई।इस सुचना को गंभीरता से लेते हुए त्रिवेणी वन कार्यालय के रेंजर श्याम प्रकाश तमांग के नेतृत्व में वन कर्मियों की टीम के साथ घटना स्थल पर पहुँच कर गंड़क नदी के फाटक में फसे हिरण को कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर लिया। किंतु तब तक ज्यादा देर तक पानी में रहने के कारण हिरण की मौत हो चुकी थी। इस बाबत रेंजर श्याम प्रकाश तमांग ने बताया कि नदी के किनारे पानी पीने के क्रम में हिरण पानी के तेज बहाव में बह गया होगा।और पानी की धार के साथ गंडक बराज पहुंच गया।मृत हिरण की शव को पोस्टमार्टम के उपरांत अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा। वही इस बाबत गंडक बाराज नेपाल क्षेत्र में तैनात नेपाल पुलिस के सब इंस्पेक्टर महेश राय माझी ने बताया कि वन कर्मियों के द्वारा मृत हिरण का शव पानी से निकाल लिया गया है।