वन विभाग के साभागार में जटाशंकर मंदिर कमिटी व वन अधिकारीयों के साथ हुई एक अहम बैठक l

वन विभाग के साभागार में जटाशंकर मंदिर कमिटी व वन अधिकारीयों के साथ हुई एक अहम बैठक l
वन विभाग के साभागार में जटाशंकर मंदिर कमिटी व वन अधिकारीयों के साथ हुई एक अहम बैठक l

BAGAHA News11tv 

वाल्मीकिनगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

 वाल्मीकिनगर स्थित वन विभाग के आडीयों-वीडीयों सभागार में रविवार को जटाशंकर मंदिर कमिटी और वन अधिकारियों की एक अहम बैठक की गई।इस बैठक की अध्यक्षता आईएफएस डीएफओ स्टालिन फिडल कुमार ने की।इस बैठक में जटाशंकर मंदिर का विकास, गौ शाला के मवेशियों का टीकाकरण,पानी और बिजली तथा कचड़ा प्रबंधन के मुद्दे पर चर्चा की गई।इस बाबत जानकारी देते हुए आईएफएस डीएफओ स्टेलिन फिडल कुमार ने बताया कि मंदिर समिति के सदस्यों के साथ बैठक का मुख्य उद्देश्य मंदिर का विकास और कचरा प्रबंधन को बहाल करना था।इसके तहत मंदिर परिसर में बने गौ शाला में रह रहे पशुओं को चिन्हित कर टीकाकरण करना है।ताकि पशु स्वस्थ्य रहे।अगर इन पशुओं में कोई भी बीमारी होता है तो उनके जरिए अन्य वन्य जीव भी संक्रमित हो सकते हैं।साथ ही मंदिर में दर्शन करने आए पर्यटक और श्रद्धालुओं को बिजली और पानी का स्थाई व्यवस्था करने पर भी चर्चा की गई है।और सबसे बड़ी बात मंदिर्मे आए श्रद्धालुओं के द्वारा कचड़ा न फैलाया जाए उसके लिए बोर्ड लगा कर जागरूक करना है।इसके लिए वन प्रशासन द्वारा जगह जगह पर डस्ट बिन भी रखने की बात कही गई।श्रद्धालुओं द्वारा प्लास्टिक का कचड़ा यत्र तत्र फेंकने से हो सकता है वन्य जीव सहित अन्य पशु उसका सेवन कर ले।इससे उन पशुओं में बीमारी लग सकती है।किसी एक पशु में बीमारी लगने से उससे निकलने वाले संक्रमण से अन्य वन्य जीव जंतु प्रभावित हो सकते हैं।जिसका पर्यावरण पर प्रतिकूल असर हो सकता है।वहीं डबल्यू डबल्यू एफ के प्रबंधक डॉक्टर प्रकाश मरदराज ने मंदिर समिति के सदस्यों को बताया कि इन दिनों जंगली हाथियों का एक झुंड वीटीआर के जंगल में लगातार विचरण कर रहा है।जिससे सावधान रहने की जरूरत है।साथ ही बचाव के कुछ टिप्स भी बताया।सावन महीने और मौनी माघ मेला में सबसे ज्यादा श्रद्धालु जटाशंकर मंदिर में बाबा का दर्शन करने आते हैं। उस समय अत्यधिक दुकानें भी दुकानदारों के द्वारा लगाया जाता है।हाथी भीड़ को पसंद नही करता,इसलिए अगर उस समय हाथी की चहलकदमी हो जाए तो अपने आप को कैसे बचाना है के बाबत भी बताया।मौके पर मौजूद जटाशंकर मंदिर समिति के अध्यक्ष सह पूर्व जिला परिषद महेश्वर काजी ने बताया कि की इस बैठक के दौरान वन अधिकारियों को बहन बेटी के शादी में फर्नीचर के लिए लकड़ी की उपलब्धता पर चर्चा करते हुए बताया कि वन विभाग द्वारा जप्त लकड़ियों की नीलामी जो बेतिया से होता है,को मदनपुर,गोनौली और हरनाटांड रेंज में भी उपलब्ध कराया जाए।ताकि लकड़ी की उपलब्धता आसानी से हो सके।इस पर डीएफओ ने बताया कि इसकी सूचना वरीय अधिकारियों को दे दी जाएगी।इस अवसर पर रेंजर राज कुमार पासवान, फील्ड बायोलॉजिष्ट सौरभ कुमार वर्मा,पशु चिकित्सक मनोज कुमार टोनी,वनपाल आशीष कुमार तथा मंदिर के मठाधीश खाटू श्याम पूरी,समिति के सचिव रविंदर प्रसाद,संगठन मंत्री सुरेंद्र खतइत,जगदीश सोखइत, ईडीसी अध्यक्ष राजेश काजी,ईश्वर खतइत,रूप नारायण काजी,शेष नाथ सहित अन्य सदस्य और वन कर्मी मौजूद रहे।