बहनों ने भाइयों के लिए की लंबी उम्र की कामना l
भइया के माथे सिर पगडी, भउजी के माथे सिंदूर जैसे पारंपरिक गीत से गुंजा बाल्मीकि नगर
BAGAHA News11tv
वाल्मीकि नगर।अभिमन्यु गुप्ता l
भैया दूज को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में उत्साह चरम पर है। बहन ने अपने भाइयों की लंबी उम्र एवं उनकी सलामती को लेकर इस दिन भगवान गोवर्धन की पूजा अर्चना करती है। पारंपरिक लोकगीतों के जरिए पहले भाइयों को श्राप कर मार दिया जाता है।और फिर उन्हें श्राप मुक्त कर उनके लंबी उम्र की प्रार्थना की जाती है। राम भैया चले अहेरिया अर्पणा बहिनी देहली आशीष... भैया के माथे सिर पगडी, भउजी के माथे सिंदूर...जैसे पारंपरिक गीत मन को छू जाता है। बहने अपने जीवहा पर रेंगनी का कांटा चुभोती है। गाय के गोबर से गोधन बनाकर फिर उन्हें कुटती है।सभ्यता और संस्कृति के इस माटी पर पौराणिक परंपराओं को सहेज कर रखने की मिसाल कहीं और जगह देखने को नहीं मिलती। आज भैया दूज है। कुंवारी कन्याओं से लेकर शादीशुदा महिलाएं जोर शोर से लगी है। जगह-जगह गोवर्धन भगवान की आकृति बनाई जा रही है। सोलह सिंगार कर महिलाएं हाथ में सिन्होरा लिए निकल पडती है।
वही थरूहट क्षेत्र से लेकर सीमावर्ती नेपाल में भी भैया दूज की धूम मची रही। बहना ने भाई के माथे पर टीका लगाकर लंबी आयु की कामना की।बताते चले कि पडोसी देश नेपाल मे भी इस पर्व को भाई टिका के रूप मे मनाई जाती हैं।